यमन में मौत की सजा पाई भारतीय महिला निमिषा प्रिया कौन है? क्या बोली भारत सरकार
नई दिल्ली | भारत सरकार ने मंगलवार (३१ दिसंबर) को कहा कि वह निमिषा प्रिया को ‘हर संभव मदद’ प्रदान कर रही है. निमिषा प्रिया पेशे से नर्स है. वह मुस्लिम देश यमन में काम करती है. उनको यमनी नागरिक की हत्या के लिए मौत की सजा सुनाई गई है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान में कहा, “हमें यमन में निमिषा प्रिया की सजा के बारे में जानकारी है. हम समझते हैं कि प्रिया का परिवार प्रासंगिक विकल्पों पर विचार कर रहा है. सरकार इस मामले में हर संभव मदद कर रही है.”
भारत सरकार कि ओर से यह बयान, यमन के राष्ट्रपति रशद अल-अलीमी की ओर से निमिषा प्रिया की मौत की सजा को मंजूरी दिए जाने के बाद आया है.
रिपोर्ट्स बताती हैं कि एक महीने के भीतर निमिषा को फांसी हो सकती है. इससे उनका परिवार सदमे में है और उन्हें बचाने का पूरा प्रयास कर रहा है.
निमिषा की मां, 57 वर्षीय प्रेमा कुमारी, मृत्युदंड की सजा माफ करवाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही हैं. इस साल की शुरुआत में, उन्होंने यमन की राजधानी सना की यात्रा की थी.
इस यात्रा का मकसद सेव निमिषा प्रिया इंटरनेशनल एक्शन काउंसिल नामक संस्था की मदद से मृतक (जिस व्यक्ति को मारने का आरोप निमिषा पर है) के परिवार के साथ ब्लड मनी (इसे वहां दिया कहा जाता है) के भुगतान पर बातचीत करना था. यमन में बल्ड मनी का भुगतान करना एक पारंपरिक प्रथा है जिसकी मदद से निमिषा प्रिया की सजा में कटौती हो सकती है. यह ब्लड मनी मृतक के परिवार को देनी होगी.
केरल के पलक्कड़ जिले के कोलेंगोडे की रहने वाली निमिषा प्रिया 2008 में यमन चली गई थी. ऐसा उन्होंने अपने परिवार को सपोर्ट करने के लिए किया था. उन्होंने वहां कई अस्पतालों में काम करने के बाद अपना क्लिनिक खोलने का फैसला किया था.
2017 में, निमिषा प्रिया और उनके यमनी बिजनेस पार्टनर तलाल अब्दो महदी के बीच विवाद हो गया था. निमिषा पर महदी की हत्या का आरोप है. तब से वो जेल में है.
2020 में, यमन की राजधानी सना की एक ट्रायल कोर्ट ने निमिषा को मौत की सजा सुनाई थी. नवंबर 2023 में यमन की सर्वोच्च न्यायिक परिषद ने इस फैसले को बरकरार रखा था. हालांकि न्यायिक परिषद् ने ब्लड मनी का विकल्प खुला छोड़ दिया था.