एनकाउंटर के डर से मां अपने बेटे को लेकर पहुंची थाने, पुलिस अधिकारी से बोली- “बेटे से गलती हुई है, एनकाउंटर मत करना”
बिजनौर में यूपी पुलिस के लगातार एनकाउंटर से अपराधियों में ऐसा खौफ पैदा हो गया है कि वो खुद बचाने के लिए थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण कर रहे हैं. एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां फिल्म अभिनेता मुस्ताक खान और कॉमेडियन सुनील पाल के अपहरण कांड में शामिल गैंग का आखिरी सदस्य शुभम अपनी मां के साथ बिजनौर थाने पहुंचा.
शुभम पर 50 हजार का इनाम घोषित था और पुलिस पिछले 22 दिनों से उसकी तलाश कर रही थी. एनकाउंटर के डर से वह अपनी मां के साथ थाने पहुंचा. शुभम की मां ने थाने में अधिकारियों से रोते हुए अपने बेटे की जान बख्शने की गुहार लगाई. शुभम की मां ने कहा कि मेरे बेटे से गलती हो गई कृपया इसे माफ कर दीजिए, इसका एनकाउंटर मत कीजिए.
शुभम को भी डर था कि पुलिस उसे अन्य साथियों की तरह एनकाउंटर में गिरफ्तार करेगी. हाल ही में गैंग के अन्य सदस्यों लवी पाल, आकाश उर्फ गोला और अर्जुन कर्णवाल को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया गया था. शुभम की मां की अपील के बाद पुलिस ने उसे अपनी हिरासत में ले लिया है. बिजनौर पुलिस ने मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
इस मामले पर एसपी सिटी संजीव वाजपेयी ने बताया की शुभम फिल्म अभिनेता मुस्ताक खान और मेरठ से कॉमेडियन सुनील पाल का अपहरण करने के मामले में नामजद है. इसे मेरठ और बिजनौर दोनों पुलिस तलाश रहीं थी. शुभम पर ₹25000 का इनाम मेरठ और ₹25000 का बिजनौर में घोषित था.
बुधवार को इसने खुद थाने में आकर सरेंडर कर दिया है. इस मामले की विवेचना कर रहे जांच अधिकारी ने गिरफ्तार कर लिया है और उसे पूछताछ की जा रही है. कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया जाएगा.
बता दें, कॉमेडियन सुनील पाल और फिल्म अभिनेता मुस्ताक खान का अपहरण करने वाले गैंग में कुल 10 सदस्य शामित थे. इसमें बिजनौर पुलिस ने 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया था और दो सदस्यों का एनकाउंटर हुआ था. लवी और आकाश उर्फ गोला के पैर में गोली लगी थी. आठवां आरोपी अर्जुन कर्णवाल को भी मेरठ पुलिस ने भागते समय मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था. उसके भी पैर में गोली लगी थी जो अभी फिलहाल मेरठ जेल में बंद है.
10 में से तीन सदस्यों का एनकाउंटर के बाद से घबराए अंकित उर्फ पहाड़ी ने बिजनौर थाने पहुंचकर योगी जी से अपनी जान बचाने की गुहार लगाते हुए सरेंडर कर दिया था. इस तरह बुधवार को गैंग का आखिरी और 50 हजार का इनामी दसवां सदस्य शुभम ने भी थाने में पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया और अपनी जान बख्शने की पुलिस से गुहार लगाई.