कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी बैठक में तनातनी, शीर्ष नेताओं के बीच तीखी नोकझोक
नई दिल्ली | कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की शुक्रवार को हुई बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा के बीच पार्टी के आंतरिक चुनावों को लेकर गर्मजोशी से शब्दों का आदान-प्रदान हुआ। पार्टी के एक सूत्र के अनुसार, कांग्रेस के दोनों वरिष्ठ नेताओं के बीच नोंक-झोंक देखने को मिली। बैठक में शर्मा, गुलाम नबी आजाद और पी. चिदंबरम ने सीडब्ल्यूसी पद के लिए चुनाव का मुद्दा उठाया।
चुनाव के मुद्दे के बाद, गहलोत ने बिना नाम लिए असंतुष्टों पर तीखा प्रहार किया और कहा कि पार्टी के कुछ नेता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निपटने के तरीके पर चर्चा करने के बजाय, संगठनात्मक चुनाव की मांग करते रहते हैं।
सूत्र ने यह भी कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि पार्टी के नेता संगठनात्मक चुनाव जैसे अप्रासंगिक मुद्दों पर चर्चा करने में समय बर्बाद कर रहे हैं।
गहलोत ने कहा, “हमें मामले और इसके फैसलों को पार्टी अध्यक्ष पर छोड़ देना चाहिए।”
उन्होंने पार्टी नेताओं से सवाल पूछते हुए कहा, “आप पार्टी नेतृत्व (सोनिया गांधी) पर विश्वास करते हैं या नहीं?”
गहलोत को पार्टी की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, तारिक अनवर और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी का समर्थन प्राप्त था।
गहलोत पर निशाना साधते हुए शर्मा ने कहा कि पार्टी के कुछ सदस्य वरिष्ठ नेताओं का अपमान करते रहते हैं।
वरिष्ठ नेताओं के बीच मौखिक विवाद के बाद, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हस्तक्षेप करते हुए दोनों समूहों को शांत किया।
हालांकि एक संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के नेताओं ने कहा कि सीडब्ल्यूसी में ऐसा कोई मौखिक विवाद नहीं हुआ है। बता दें कि सीडब्ल्यूसी कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई है।
सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद, कांग्रेस महासचिव (संगठन) के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी के पास किसी भी कीमत पर इस साल जून तक एक निर्वाचित अध्यक्ष होगा।
वेणुगोपाल ने साढ़े तीन घंटे चली बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “सीडब्ल्यूसी ने मई में होने वाले संगठनात्मक चुनावों पर चर्चा की, लेकिन सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने सर्वसम्मति से अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी से अनुरोध किया कि पार्टी चुनाव आने वाले महीनों में कई राज्यों के विधानसभा चुनावों के बीच नहीं होने चाहिए।”
उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने संगठनात्मक चुनावों के पुननिर्धारण करने का अनुरोध किया।
वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, “गलतफहमी न पालें और अफवाहों पर ध्यान न दें।”
सुरजेवाला ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “जिन नेताओं के नाम लिए गए हैं, वे असंतुष्ट नहीं हैं। वे हमारे सम्मानित नेता हैं और वे हमारे परिवार के सदस्य हैं। और हम सभी एकमत हैं कि पार्टी चुनाव कार्यक्रम को एक महीने के लिए टाल दिया जाए।”
वेणुगोपाल ने संगठनात्मक चुनाव के मुद्दे पर वरिष्ठ नेताओं के बीच हुई कथित बहस के बारे में कहा, “सीडब्ल्यूसी में कोई बड़ी बहस नहीं हुई है। हम पार्टी े चुनाव इसके संविधान के अनुसार करेंगे और इसका शेड्यूल बहुत जल्द जारी कर दिया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “विधानसभा चुनाव (केरल, तमिलनाडु, असम, पश्चिम बंगाल, और पुदुचेरी में) आने के कारण शेड्यूल में कुछ बदलाव की आवश्यकता थी और इस पर विचार किया गया।”
वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी इसी के अनुसार चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करेगी।
-आईएएनएस