गुजरात में पुल गिरने से कम से कम 132 की मौत, कई लापता

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मोरबी | गुजरात के मोरबी जिले में माछू बांध पर बने ‘झूलते पुल’ के गिरने से महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम 132 लोगों की मौत हो गई है और कई लोग लापता हैं, अधिकारियों ने यह जानकारी दी. यह हादसा रविवार शाम को हुआ.

कई शवों को मच्छू नदी से निकालकर मोरबी के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.

मोरबी विधायक और पंचायत राज्य मंत्री ब्रजेश मेरजा ने मरने वालों की संख्या की पुष्टि की.
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द कर मोरबी पहुंच गए है. वह व्यक्तिगत रूप से बचाव और चिकित्सा सेवाओं की निगरानी कर रहे है. मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और दुर्घटना में घायल लोगों को 50,000 रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. बचाव कार्य जारी रहने तक पटेल के मोरबी में डेरा डाले रहने की संभावना है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे का संज्ञान लिया है और मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है.

राज्य सरकार के अनुरोध पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजकोट से एनडीआरएफ की एक टीम भेजी है, जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के बचाव दल को मोरबी के लिए रवाना होने का निर्देश दिया है.

बचाव अभियान पूरी रात चलाए जाने की संभावना है.

स्थानीय अधिकारियों को आशंका है कि पुल टूट कर ठीक नदी के बीच में गिर गया है, जहां पानी का स्तर 15 से 20 फीट गहरा है और इस कारण से मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है.

दमकल की कुल सात टीमों को बचाव कार्य में लगाया गया है. गांधीनगर से SDRF की एक टीम और एनडीआरएफ की दो टीमें मौके पर पहुंचीं है. स्थानीय अधिकारियों ने एक हेल्पलाइन नंबर – 02822-243300 – शुरू किया है, जिस पर लोग अपने लापता रिश्तेदारों के बारे में जानने के लिए मदद ले सकते हैं.

इस बीच, मोरबी नगर समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस.वी. ज़ाला ने एक चौंकाने वाले रहस्योद्घाटन में कहा कि पुल को नवीनीकरण करने के बाद, नागरिक निकाय से फिटनेस प्रमाण पत्र लिए बिना ही जनता के लिए खोल दिया गया था.

IANS

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