नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़: राजकुमार मांझी की पत्नी-बेटी की हुई मौत, बेटे को भीड़ ने खींचकर…..
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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में न सिर्फ 18 जिंदगियां काल के गाल में समा गईं बल्कि इसने कई परिवारों को हमेशा-हमेशा के लिए उजाड़ दिया है.
भगदड़ में अपने परिवार को खो चुके राजकुमार की कहानी दिल तोड़ देने वाली है. इस घटना के प्रत्यक्षदर्शी राजकुमार अपनी पत्नी, बेटी और बेटे के साथ दिल्ली से नवादा (बिहार) जाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंचे थे कि तभी लगातार बढ़ती भीड़ के दबाव के चलते भगदड़ मच गई.
मीडिया से बात करते हुए राजकुमार ने बताया, “बिहार के नवादा का रहने वाला हूं, परिवार के साथ घर जा रहा था. 7 नंबर प्लेटफॉर्म पर हमारी ट्रेन रात करीब 10.15 बजे आनी थी, जिसे पकड़ने के लिए जा रहे थे. सीढ़ी से उतरते समय भगदड़ मच गई, फिर सब बिछड़ गए. होश संभाला तो अपने परिवार का कोई आसपास नहीं था. अब पता चला है कि पत्नी और बेटी हमारी मर चुकी है. बेटा जिंदा है, लेकिन कहां… यह पता नहीं है. किसी का फोन आया था. उसने बताया बेटा सुरक्षित है. शायद किसी से भीड़ से खींचकर उसे बाहर निकाल लिया, जिससे उसकी जान बच गई. लेकिन पत्नी और बेटी की लाश पड़ी है.”
राजकुमार ने आगे बताया, “पता नहीं था कि इतनी भीड़ होगी. मेरी पत्नी का नाम शांति देवी, बेटी पूजा कुमारी, और बेटे का नाम अविनाश है.”
बता दें कि रेलवे ने भी हादसे में राजकुमार मांझी की पत्नी शांति देवी (उम्र-40 साल) और बेटी पूजा कुमारी (उम्र-8साल) की मौत की पुष्टि कर दी है.
सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये के मुआवज़े का ऐलान किया है, हालांकि इस पर मांझी का कहना है, “जब परिवार ही नहीं रहा तो मुआवज़े का क्या करेंगे.”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में मची भगदड़ में मरने वालों में से ज्यादा संख्या बिहार (9) के रहने वालों की है. इसके अलावा दिल्ली के 8 और एक हरियाणा से है.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क