कौन हैं चिन्मय कृष्ण दास जिनकी गिरफ्तारी पर भारत ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
नई दिल्ली | बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की गिरफ्तारी के बाद भारत की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया दी है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर चिंता जताई है. उन्होंने बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है. ऐसे में जानते हैं कि चिन्मय कृष्ण दास कौन हैं जिनकी गिरफ्तारी पर बांग्लादेश से भारत तक चर्चा हो रही है.
चंदन कुमार धर प्रकाश चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है. सनातन जागरण मंच के प्रवक्ता और अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) के नेता चिन्मय कृष्ण दास राजद्रोह के एक मामले में गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रीय चर्चा का विषय बन गए हैं.
दरअसल, चिन्मय कृष्ण दास बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के प्रमुख भी हैं. चिन्मय कृष्ण दास को बीते सोमवार को शाम 4:30 बजे हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की डिटेक्टिव ब्रांच (डीबी) द्वारा हिरासत में लिया गया था. मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम के समक्ष पेश किया गया. कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है.
चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए. इन प्रदर्शनों को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आंसू गैस के गोले दागे गए और लाठीचार्ज भी किया गया. इस कारण 50 से अधिक लोग घायल हो गए. गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
इस बीच, भारतीय विदेश मंत्रालय ने चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की गिरफ्तारी पर चिंता व्यक्त की है.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क/आईएएनएस