“मैंने कारगिल में देश के लिए लड़ाई लड़ी लेकिन मैं अपनी पत्नी की रक्षा नहीं कर सका”, मणिपुर वीडियो में दो महिलाओं में से एक का पति बोला

प्रतीकात्मक फोटो
मणिपुर के कांगपोकपी में दो महिलाओं को नग्न अवस्था में परेड कराने और उनके साथ छेड़छाड़ करने का एक वीडियो बुधवार को सामने आया था. इसके बाद बड़े पैमाने पर आक्रोश फैल गया है. विपक्षी दलों के नेता मणिपुर की भाजपा सरकार और केंद्र की मोदी सरकार को महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर घेर रहे है.
वीडियो में दिख रही महिलाओं में से एक के पति पूर्व सैनिक है. वह असम रेजिमेंट (भारतीय सेना) में अपनी सेवाएं दे चुके है. वो कारगिल युद्ध में देश के लिए लड़े थे.
महिला के पति ने एक स्थानीय टेलीविजन चैनल से बात करते हुए अफसोस जताया कि उन्होंने सेना में रहते हुए देश की रक्षा की, लेकिन वह अपनी पत्नी को भीड़ द्वारा अपमानित होने से नहीं बचा सके.
पूर्व सैन्यकर्मी ने दुख व्यक्त करते हुए कहा, “मैंने कारगिल में देश के लिए लड़ाई लड़ी, लेकिन मैं इस बात से बहुत दुखी हूं कि मैं अपनी पत्नी को अपमानित होने से नहीं बचा सका. उसके साथ गलत हुआ.”
उन्होंने कहा कि 4 मई वाले दिन, पुरुषों और महिलाओं की भीड़ ने इलाके में कई घरों में आग लगा दी थी. उन्होंने महिलाओं को घरों से घसीट -घसीटकर बाहर निकाला, उन्हें निर्वस्त्र कर दिया और फिर उनका उसी अवस्था में जुलूस निकाला. उनको गांव की सड़कों पर चलने के लिए मजबूर किया. यही नहीं उन्होंने इसका वीडियो भी रिकॉर्ड किया.”
उन्होंने इस जघन्य घटना में शामिल लोगों के लिए कठोर से कठोर सजा की मांग की.
हिंदी पोस्ट वेब डेस्क
(इनपुट्स: आईएएनएस)